देश की राजधानी में जल्द ही पानी का संकट गहराने वाला है. यह जानकारी खुद दिल्ली सरकार की जल मंत्री आतिशी ने दी है. आतिशी ने बताया है- हालात इमरजेंसी जैसे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के माध्यम से इस संबंध में उप-राज्यपाल वीके सक्सेना को चिट्ठी लिखी है. आतिशी ने लिखा है- वित्त विभाग दिल्ली जल बोर्ड का 910 करोड़ रुपए बकाया जारी नहीं कर रहा है. उन्होंने लिखा है कि दिल्ली का वित्त विभाग नियमित तौर पर विभागों का फंड जारी करता है लेकिन जल बोर्ड का पैसा जारी नहीं किया गया.
जल मंत्री आतिशी ने फाइनेंस सेक्रेटरी आशीष चंद्र वर्मा को निलंबित करने और उनके ऊपर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की है. साथ ही मांग जल बोर्ड का बकाया जल्द से जल्द जारी करने को कहा है. आतिशी का कहना है कि गंदा पानी और सीवर ओवरफ़्लो से दिल्ली के कई हिस्सों में महामारी का खतरा बन सकता है.
हालात को लेकर दी थी सूचना- आतिशी
दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने बताया है कि 15 नवंबर को इस मामले के समाधान के लिए बतौर वित्त मंत्री एक बैठक बुलाई लेकिन वित्त सचिव आशीष चंद्र वर्मा इसमें शामिल नहीं हुए. उन्होंने कहा कि इस साल अगस्त में ही दिल्ली जल बोर्ड ने अपनी इंस्टॉलमेंट जारी करने के लिए अनुरोध किया था, लेकिन जिसे अभी तक जारी नहीं किया गया. जिसके बाद 17 नवंबर को जल बोर्ड ठेकेदार वेलफेयर एसोसिएशन ने काम करने से मना कर दिया.
जल बोर्ड पर लगे थे घोटाले के आरोप
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी ने शनिवार को दिल्ली जल बोर्ड में नए घोटाले का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि राजधानी के कई इलाकों में टैंकर माफिया काम कर रहे हैं. जहां, नल से पानी नहीं पहुंचा है वहां टैंकर माफिया हर गली से 10 हजार रुपए वसूलता है. उन्होंने केजरीवाल सरकार पर आरोप हुए कहा था कि दिल्ली में टैंकर से पानी पहुंचाने के नाम पर बजट में 35 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है, लेकिन कुल 12000 (वर्क ऑर्डर) काम अवार्ड किए गए हैं. 600 करोड़ के काम दिए गए और टेंडर अवार्ड करने के लिए काम को छोटे-छोटे अमाउंट का (5 लाख से कम का) बजट रखा गया है.